दोस्ती दुनिया की सबसे बड़ी खुदाई है
यह कविता मेरे 8 स्टार ग्रुप को समर्पित है ।
दोस्ती दुनिया की सबसे बडी खुदाई है
बंधी हुई जिंन्दगी ने यही आजादी पाईं है
चेहरे की रंगत इसने लौटाई हैं
आंखों ने ख़्वाबों की दुनिया पाई है
दोस्ती दुनिया की सबसे बड़ी खुदाई है!!
बेगानी की भीड़ में किसी अपने से मुलाकात हो पाई है
मुस्कुराहट फिट से लौट आई है
बातों के सिलसिले ने महफ़िल सजाई है
माहौल में खुशबू छाई हैं
दोस्ती दुनिया की सबसे बडी खुदाई है!!
जाति धर्म ऊंच नीच की यहां नहीं कोई सुनवाई है
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे चर्च सबकी छवि इसने एक ही बनाई है
अपनेपन की भावना इसने ही जगाई हैं
खूबसूरत जिन्दगी में इससे ही आई है
दोस्ती दुनिया की सबसे बड़ी खुदाई है!
बचपन की ताजगी इससे ही छाई है
मौसम में मस्तानगी इसने ही लाई है
उम्र के पड़ावों में इसने अपनी गहरी भूमिका निभाई है
सारी चतुराई इसने ही सिखलाई है
दोस्ती दुनिया की सबसे बडी खुदाई है!!
सपनों को हकीकत की राह इसने ही दिखाई है
हिम्मत इसने हमेशा ही बढ़ाई है
हुनर से पहचान करवाई है
सफर की थकान इसने मिटाई है
दोस्ती दुनिया की सबसे बड़ी खुदाई है!
हर दर्द की होती सुनवाई है
अच्छे या हो बुरे हालात साथ इसने हमेशा निभाई है
उदासी इसने दूर भगाई हैं
रोते हुए चेहरे में हंसी आई है
भरोसे की ताकत इसने बढाई है
दोस्ती दुनिया की सबसे बडी खुदाई है! !
सागर से भी गहरी इसकी गहराई है
बिना रश्मो के इसने कसमें निभाईं है
दोस्ती दुनिया क्री सबसे बडी खुदाई है! !
Comments
Post a Comment