कॉलेज के आखिरी दिन की यादें / Memories of the last day of college
कल कॉलेज का अंतिम दिन हैं, ये सोच सोच कर मन बहुत भारी हो रहा था। दिमाग से ये निकल गया था कि अंतिम दिन से पहले एक आखिरी 3 घंटे का समय बाकी था जो अपने क्लास की सभी दोस्तों के साथ बिताने वाले थे । आजन की रात भी बहुत भारी साबित हो रही थी । कुछ भी पढ़ने का मन नहीं कर रहा था । सुबह हुई फिर याद आया आज है कॉलेज का अंतिम दिन और मन भरा हुआ है असीमित यादों से । वो यादें जो क्लास के अंदर से लेकर बाहर किए हुए हर कांड आँखों के सामने आ गया । अभी ज्यादा समय थोड़ी बीता था जब हम कॉलेज आए थे, कोई कैन्टीन घूम रहा था तो कोई कॉलेज के मैदान में ग्रुप में बैठ कर गप्पे मार रहा था । धीरे धीरे कॉलेज शुरू हुआ, सोसाइटी मीटिग , फेस्ट , एनसीसी , NSS , चुनाव ये सब इस कॉलेज लाइफ का हिस्सा बन गए पता ही नहीं चला । कॉलेज के गार्ड भैया से लेकर चाय वाले तक से ऐसे बातें करना जैसे ये हमारे परिवार का हिस्सा ही तो थे । कॉलेज का वो पहला दिन कॉलेज का पहला दिन कौन भूल सकता है. स्कूल के बाद घर से मिली आजादी की खुशी मनाने का दिन जो था. उस दिन कॉलेज की ओर बढ़ने वाला हमारा हर कदम दिल की धड़कन और भी बढ़ा देता था. खुशी और घबर...