संसद ना चलने का दोषी कौन ??

आखिर कौन हैं संसद न चलने का दोषी ??
आज संसद के एक सदस्य ने बोला कि हम कोई कर्मचारी हैं । अरे आप लोग फिर हो क्या भाई । आप लोगों को जनता ने अपने वोट से भेजा हैं और वो भी अपने पैसे से चुनकर तो भाई साहब ये तो मत बोलिये की आप कर्मचारी नहीं हैं, आप लोग जनता के लिए कर्मचारी हैं । अगर समझ आता हैं तो समझिये वरना ये जनता छोड़ेगी नहीं समझे अगर हम लोग चुन कर भेज सकते हैं तो कुछ भी कर सकते हैं और अगर आप लोग काम नहीं करते तो वेतन पाने का हक़ भी नहीं रखते और ये फैसला सब पर लागू होता हैं चाहे वो सरकार का मंत्री हो या विपक्ष के सदस्य । देश को डुबाने में सबसे बड़ा हाथ इन्ही सांसदों का हैं । जिस संसद में देश को आगे ले जाने के लिए काम होना चाहिए वहां ये लोग अपना मतलब निकलते हैं । अरे भाई कब तक हमारे देश और जनता के साथ खिलवाड़ करते रहोगे आप लोग । एक सरकारी नौकरी के लिए आँखे घिस जाती हैं और आप लोग तो बिना कोई डिग्री के संसद में आ जाते हैं और ठाठ के साथ मौज़ करते हैं । अब बहुत हो गया बस कीजिये ये सब करना अब देश की जनता के पैसों को उड़ाना ।

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