ऑपरेशन ब्लू स्टार : देश की रक्षा या धर्म का अपमान

जून की शुरुआती दिन अक्सर पंजाब और उसमें गहरी रुचि रखने वालों के लिए मायने रखते हैं, क्योकि पंजाब के इतिहास में ऑपरेशन ब्लू स्टार किसी काले दिन से कम नहीं हैं। एक तरफ कहा जाए तो भारत की सुरक्षा के लिए सेना द्वारा किया गया ये ऑपरेशन बहुत ज्यादा जरूरी भी था। आखिर क्या ऐसे कारण थे जो उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी को पवित्र गोल्डन टैम्पल पर सेना की कार्यवाही के लिए मजबूर होना पड़ा ? अगर यूं कहे कि ऑपरेशन ब्लू स्टार की नींव 1970 के दशक के अंत से ही पड़नी शुरू हो गयी थी। दरअसल पंजाब की राजनीति में 1970 का दशक के कुछ अंतिम वर्ष काफी कठिन होते जा रहे थे। 1970 के दशक के अंत में अकाली राजनीति में खींचतान और अकालियों की पंजाब संबंधित मांगों को लेकर शुरू हुआ था। 1978 में पंजाब की मांगों पर अकाली दल ने आनंदपुर साहिब प्रस्ताव पारित किया। इस प्रस्ताव में सुझाव दिया गया था कि भारत की केंद्र सरकार का केवल रक्षा, विदेश नीति, संचार और मुद्रा पर अधिकार हो, अन्य सब विषयों पर राज्यों के पास पूर्ण अधिकार हों। अकाली दल चाहती थी कि भारत के उत्तरी क्षेत्र में उन्हें स्वायत्तता मिले। अकालियों ...